ऐसा जान पड़ता है कि ब्रिटेन के बच्चों का पठन कौशल लगातार बिगड़ रहा है और वे चीनी बच्चों की तुलना में करीब डेढ़ साल पीछे चल रहे हैं. आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओपीसीडी) के अध्ययन में खुलासा किया गया है कि ब्रिटेन के बच्चे पाठन के मामले में अपनी ही उम्र के चीनी बच्चे से डेढ़ साल और दक्षिण कोरिया एवं फिनलैंड के बच्चों से करीब साल भर पीछे चल रहे हैं. इस अध्ययन के निष्कर्ष के मुताबिक ब्रिटेन में १५ साल के बच्चे ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, कनाडा, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और जापान के अपने समकक्षों की तुलना में छह माह पीछे हैं. डेली मेल की खबर के मुताबिक इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि इंग्लैंड पिछले नौ साल से अंतरराष्ट्रीय मंच पर बुरी तरह पिछड़ गया है. पठन के मामले में वह सातवें से २५ वें स्थान पर, गणित के मामले में आठवें से २८ वें और विज्ञान के मामले में चौथे से १६ वें पायदान पर पहुंच गया है. इंग्लैंड को इस्तोनिया, आइसलैंड, डेनमार्क और स्लोवेनिया ने इस मोर्चे पर गहरी शिकस्त दी है. विज्ञान अध्ययन में चीन एक बार फिर शिखर पर है.ब्रिटेन के स्कूल शिक्षा मंत्री निक गिब्ब ने इसके लिए देश की शिक्षा पद्धति और समाज को जिम्मेदार ठहराया है.
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