आने वाले सालों में एक नया ही ट्रेंड जोर पकड़ेगाए जिसका नाम होगा रिवर्स ब्रेन ड्रेन। विदेशी नागरिक और विदेशों में जाकर काम कर रहे देसी लोग वापस अपने देशों को लौटेंगे। ये लोग अपने देश में सीनियर लेवल की पोस्ट पर बड़े पैमाने पर आएंगे। ये अनुमान एक लेटेस्ट स्टडी में निकाले गए हैं।
फ्रॉस्ट एंड सुलीवन नाम की कंपनी की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले वक्त में भारत जैसे मुल्कों में सीईओ पद के लिए बड़े पैमाने पर वेकेंसी रहेंगी। इनमें से ज्यादातर पोस्ट को न सिर्फ नॉन रेजिडेंट इंडियन एनआरआई भरेंगेए बल्कि अमेरिकी और यूरोपियन लोग भी बेहतर विकल्प के रूप में इन्हें देखेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिक देशों ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन के अलावा पोलैंड और फिलिपीन जैसे देशों में विदेशी नागरिकों के लिए करीब 20 लाख बीपीओ,केपीओ जॉब पैदा होंगी। ये उन्हें विकसित देशों की तर्ज पर ही सैलरी और बाकी सुविधाएं देंगे। वर्ल्ड टॉप ग्लोबल मेगा ट्रेंड्स टु 2020 नाम की इस रिपोर्ट का मकसद कंपनियों को नए उभरते ट्रेंड्स की जानकारी देना और उनसे निपटने में मदद देगा है।
रिवर्स ब्रेन ड्रेन के अलावा कुछ और ट्रेंड भी रहेंगे जैसे . शहरीकरण। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 तक करीब 30 बड़े शहर, 15 बड़े इलाके और कम से कम 10 बड़े कॉरिडोर बनेंगे। इस कारण विभिन्न संगठनों को शहरी बिजनेस मॉडल पर ध्यान देने की जरूरत है। एक और बड़ा ट्रेंड ई.मोबिलिटी का रहेगा। तब 4 करोड़ से ज्यादा इलेक्ट्रिक वीइकल होंगे, जिनमें इलेक्ट्रिक साइकल, स्कूटर, कार और बसें शामिल होंगी।
सोशल नेटवर्किंग में भी नया दौर आ चुका होगा। इसमें जिओ कोडिंग और जिओ टैगिंग जैसे ट्रेंड होंगे। यह जिओ नेटवर्किंग विभिन्न बाजारों, बिजनेस और लोगों को आपस में मिलने, विज्ञापन करने और प्रमोट करने का मौका देगी। इसी तरह जीरो का ट्रेंड रहेगा। मसलन ए जीरो एमिशन ए जीरो एक्सिडेंट ए जीरो डेथ ए जीरो डिफेक्ट ए जीरो सिक्युरिटी ब्रीच। महिला सशक्तिकरण भी नई ऊंचाइयां छुएगा। हर तीन में से एक वर्कर महिला होगी और कुछ देशों में 2020 तक बोर्ड रूम में महिलाओं का प्रतिशत 40 पर्सेंट तक रहेगा।
फ्रॉस्ट एंड सुलीवन नाम की कंपनी की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले वक्त में भारत जैसे मुल्कों में सीईओ पद के लिए बड़े पैमाने पर वेकेंसी रहेंगी। इनमें से ज्यादातर पोस्ट को न सिर्फ नॉन रेजिडेंट इंडियन एनआरआई भरेंगेए बल्कि अमेरिकी और यूरोपियन लोग भी बेहतर विकल्प के रूप में इन्हें देखेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिक देशों ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन के अलावा पोलैंड और फिलिपीन जैसे देशों में विदेशी नागरिकों के लिए करीब 20 लाख बीपीओ,केपीओ जॉब पैदा होंगी। ये उन्हें विकसित देशों की तर्ज पर ही सैलरी और बाकी सुविधाएं देंगे। वर्ल्ड टॉप ग्लोबल मेगा ट्रेंड्स टु 2020 नाम की इस रिपोर्ट का मकसद कंपनियों को नए उभरते ट्रेंड्स की जानकारी देना और उनसे निपटने में मदद देगा है।
रिवर्स ब्रेन ड्रेन के अलावा कुछ और ट्रेंड भी रहेंगे जैसे . शहरीकरण। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 तक करीब 30 बड़े शहर, 15 बड़े इलाके और कम से कम 10 बड़े कॉरिडोर बनेंगे। इस कारण विभिन्न संगठनों को शहरी बिजनेस मॉडल पर ध्यान देने की जरूरत है। एक और बड़ा ट्रेंड ई.मोबिलिटी का रहेगा। तब 4 करोड़ से ज्यादा इलेक्ट्रिक वीइकल होंगे, जिनमें इलेक्ट्रिक साइकल, स्कूटर, कार और बसें शामिल होंगी।
सोशल नेटवर्किंग में भी नया दौर आ चुका होगा। इसमें जिओ कोडिंग और जिओ टैगिंग जैसे ट्रेंड होंगे। यह जिओ नेटवर्किंग विभिन्न बाजारों, बिजनेस और लोगों को आपस में मिलने, विज्ञापन करने और प्रमोट करने का मौका देगी। इसी तरह जीरो का ट्रेंड रहेगा। मसलन ए जीरो एमिशन ए जीरो एक्सिडेंट ए जीरो डेथ ए जीरो डिफेक्ट ए जीरो सिक्युरिटी ब्रीच। महिला सशक्तिकरण भी नई ऊंचाइयां छुएगा। हर तीन में से एक वर्कर महिला होगी और कुछ देशों में 2020 तक बोर्ड रूम में महिलाओं का प्रतिशत 40 पर्सेंट तक रहेगा।
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