राष्ट्रीय विनिर्माण नीति से 10 करोड नौकरियों का सृजन होगा। इसी के साथ देश के सकल घरेलू उत्पादन में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान बढ़ेगा। भारतीय उद्योग परिसंघ के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा है कि मंत्रियों के समूह द्वारा विनिर्माण नीति को मंजूरी दिए जाने से उद्योग जगत को आशा बंधी है कि 2025 तक देश के सकल घरेलू उत्पादन में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान बढ़कर 25 फीसदी तक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें 10 करो़ड नौकरियों के सृजन और देश को विनिर्माण का पसंदीदा निवेश क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। विनिर्माण क्षेत्र का अभी 15 फीसदी योगदान हैए जबकि चीन में यह 34 फीसदीए थाईलैंड में 40 फीसदी और दक्षिण कोरियाए पोलैंडए तुर्की और मलेशिया में यह 26 से 30 फीसदी तक है। देश में विनिर्माण क्षेत्र में अभी 12 फीसदी लोगों को रोजगार मिल रहा है जो चीन और जर्मनी के क्रमशरू 28 फीसदी और 22 फीसदी से कम है। उद्योग परिसंघ के मुताबिक यदि विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 25 फीसदी तक बढ़ जाएए तो यह 30 फीसदी लोगों को रोजगार देने लगेगा। सीआईआई के मुताबिक प्रस्तावित विनिर्माण नीति में राष्ट्रीय निवेश और विनिर्माण क्षेत्र बनाने की बात की गई है- जो देश में कारोबार करने के तौर तरीके को पूरी तरह से बदल देगा।
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