मेटा यूनिवर्सिटी में होगा दोहरा पाठ्यक्रम
कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढऩे वाले छात्रों के लिए खुशखबर। अब वे दोहरा पाठ्यक्रम यानी एक विषय के साथ समानांतर रूप से दूसरे विषय की भी पढ़ाई कर सकेंगे । सरकार इसके लिए एक मेटा यूनिवर्सिटी स्थापित करने जा रही है। यह प्रस्तावित संस्थान उदाहरण के लिए आईआईटी कानपुर के किसी छात्र के लिए यह संभव बनाएगा कि वह इसके साथ ही जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास के अध्ययन के लिए प्रवेश ले सकें या फि र भारतीय विज्ञान संस्थान में पढ़ रहा कोई छात्र इसके साथ-साथ जाधवपुर विश्वविद्यालय से साहित्य की पढ़ाई कर सके।
पहले परखी जाएगी छात्रों की क्षमता
दूसरे विश्वविद्यालय में खास पाठ्यक्रम में प्रवेश से पहले छात्रों की क्षमता की परख की जाएगी और फि र उन्हें उपाधियां प्रदान की जाएंगी । यह विचार छात्रों को इस काबिल बनाने के लिए है कि वे आईआईटीज द्वारा तैयार सामग्री को सीखने सहित समूचे विश्व से सामग्री सीखने के लिए खुले स्रोत का इस्तेमाल करें ।
अगले साल से काम शुरू करेगा विश्वविद्यालय
मेटा यूनिवर्सिटी अगले साल से काम करने लगेगी। यह एक सहयोगपूर्ण और बहु पाठ्यक्रम सीखने का मंच होगी। मेटा यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क कार्यक्रम पर जोर होगा जिसमें पहले से ही उच्च गति वाली फ ाइबर आधारित ब्राडबैंड कनेक्टिविटी के जरिए देशभर के बड़े संस्थान जुड़े हैं। देश में सीमित संसाधनों और अपेक्षित राष्ट्रीय नेटवर्क के बीच विश्वविद्यालय उत्तम कोटि की शिक्षा की मांग को पूरा करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा। अन्य विश्वविद्यालयों से पाठ्यक्रम करते समय छात्रों के पास सीखने के व्यापक विकल्प होंगे। इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल स्तर पर प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने के लिए एक नवोन्मेष छात्रवृत्ति लाने का भी प्रस्ताव रखा है। नवोन्मेष पाठ्यक्रमों की स्थापना के लिए दो समूहों के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय और एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा के साथ हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। दिल्ली के छात्र इससे सबसे पहले लाभ उठाने वालों में शामिल होंगे। हाईस्कूल स्तर के विद्यार्थियों को स्थानीय इतिहास, पारिस्थितिकी और स्थानीय सांस्कृतिक धरोहरों से अवगत कराने का प्रस्ताव भी रखा है ताकि वे अपने तात्कालिक वातावरण के बारे में सचेत हो सकें।
कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढऩे वाले छात्रों के लिए खुशखबर। अब वे दोहरा पाठ्यक्रम यानी एक विषय के साथ समानांतर रूप से दूसरे विषय की भी पढ़ाई कर सकेंगे । सरकार इसके लिए एक मेटा यूनिवर्सिटी स्थापित करने जा रही है। यह प्रस्तावित संस्थान उदाहरण के लिए आईआईटी कानपुर के किसी छात्र के लिए यह संभव बनाएगा कि वह इसके साथ ही जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास के अध्ययन के लिए प्रवेश ले सकें या फि र भारतीय विज्ञान संस्थान में पढ़ रहा कोई छात्र इसके साथ-साथ जाधवपुर विश्वविद्यालय से साहित्य की पढ़ाई कर सके।
पहले परखी जाएगी छात्रों की क्षमता
दूसरे विश्वविद्यालय में खास पाठ्यक्रम में प्रवेश से पहले छात्रों की क्षमता की परख की जाएगी और फि र उन्हें उपाधियां प्रदान की जाएंगी । यह विचार छात्रों को इस काबिल बनाने के लिए है कि वे आईआईटीज द्वारा तैयार सामग्री को सीखने सहित समूचे विश्व से सामग्री सीखने के लिए खुले स्रोत का इस्तेमाल करें ।
अगले साल से काम शुरू करेगा विश्वविद्यालय
मेटा यूनिवर्सिटी अगले साल से काम करने लगेगी। यह एक सहयोगपूर्ण और बहु पाठ्यक्रम सीखने का मंच होगी। मेटा यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क कार्यक्रम पर जोर होगा जिसमें पहले से ही उच्च गति वाली फ ाइबर आधारित ब्राडबैंड कनेक्टिविटी के जरिए देशभर के बड़े संस्थान जुड़े हैं। देश में सीमित संसाधनों और अपेक्षित राष्ट्रीय नेटवर्क के बीच विश्वविद्यालय उत्तम कोटि की शिक्षा की मांग को पूरा करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा। अन्य विश्वविद्यालयों से पाठ्यक्रम करते समय छात्रों के पास सीखने के व्यापक विकल्प होंगे। इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल स्तर पर प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने के लिए एक नवोन्मेष छात्रवृत्ति लाने का भी प्रस्ताव रखा है। नवोन्मेष पाठ्यक्रमों की स्थापना के लिए दो समूहों के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय और एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा के साथ हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। दिल्ली के छात्र इससे सबसे पहले लाभ उठाने वालों में शामिल होंगे। हाईस्कूल स्तर के विद्यार्थियों को स्थानीय इतिहास, पारिस्थितिकी और स्थानीय सांस्कृतिक धरोहरों से अवगत कराने का प्रस्ताव भी रखा है ताकि वे अपने तात्कालिक वातावरण के बारे में सचेत हो सकें।
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