दिल्ली के पास बहादुरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया में ९०० करोड़ के निवेश से ३४२ एकड़ में तैयार बीएफपी (बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क) के अगस्त से पूरी तरह ऑपरेशनल होने के बाद सीधे और परोक्ष रूप से १.५ लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। यहां से सालाना २०,००० करोड़ रुपए का कारोबार होगा। बीएफपी में एक्शन शूज, लखानी, रिलैक्सो, लांसर शूज और डायमंड सहित कई कंपनियों की यूनिट हैं।
एक्शन शूज के मैनेजिंग डायरेक्टर और बहादुरगढ़ फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन (बीएफआईए) के प्रेसिडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया, 'यहां ३६८ यूनिट हैं। बीएफपी से बाहर भी १२५ इकाइयां काम कर रही हैं।' उन्होंने दावा किया कि इसकी सभी यूनिटों के शुरू होने के बाद ५०,००० लोगों को सीधे और करीब १ लाख लोगों को परोक्ष तौर पर काम मिलेगा। बीएफपी का उद्घाटन दिसंबर २००७ में हुआ था। तब इलाके की फुटवियर इंडस्ट्री से २८,००० लोगों को रोजगार मिला हुआ था।
बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क के महासचिव सुभाष जग्गा ने बताया कि वह बीएफपी से सालाना २०,०००-२५,००० करोड़ के टर्नओवर की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर यूनिट औसतन सालाना ४-५ करोड़ रुपए का कारोबार कर सकती है। एक्शन शूज के गुप्ता कहते हैं कि वह बीएफपी की अपनी यूनिट से सालाना २५०-३०० करोड़ के कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, इंडस्ट्री कुछ बातों को लेकर परेशान भी है।
रिलैक्सो के मैनेजिंग डायरेक्टर रमेश कुमार दुआ ने ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को सबसे बड़ा चैलेंज बताया। एक ही जगह इतनी इकाइयों के काम करने से डिजाइन और दूसरे इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसमें रोहतक का फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) भी मददगार साबित होगा। एफडीडीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव जे लाकड़ा ने कहा कि संस्थान डिजाइन, प्रोडक्शन कैपेसिटी में सुधार, क्वालिटी कंट्रोल, मैनपावर और इनवेंटरी मैनेजमेंट में मदद करेगा। बहादुरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया के लिए पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर किया जा रहा है।
हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एचएसआईआईडीसी) के सीनियर मैनेजर (एस्टेट) कुलदीप कादियान ने बताया कि यहां १३२ केवीए क्षमता वाला पावर सब-स्टेशन लगाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह अगले ४-५ महीने में यह काम करने लगेगा।
एक्शन शूज के मैनेजिंग डायरेक्टर और बहादुरगढ़ फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन (बीएफआईए) के प्रेसिडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया, 'यहां ३६८ यूनिट हैं। बीएफपी से बाहर भी १२५ इकाइयां काम कर रही हैं।' उन्होंने दावा किया कि इसकी सभी यूनिटों के शुरू होने के बाद ५०,००० लोगों को सीधे और करीब १ लाख लोगों को परोक्ष तौर पर काम मिलेगा। बीएफपी का उद्घाटन दिसंबर २००७ में हुआ था। तब इलाके की फुटवियर इंडस्ट्री से २८,००० लोगों को रोजगार मिला हुआ था।
बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क के महासचिव सुभाष जग्गा ने बताया कि वह बीएफपी से सालाना २०,०००-२५,००० करोड़ के टर्नओवर की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर यूनिट औसतन सालाना ४-५ करोड़ रुपए का कारोबार कर सकती है। एक्शन शूज के गुप्ता कहते हैं कि वह बीएफपी की अपनी यूनिट से सालाना २५०-३०० करोड़ के कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, इंडस्ट्री कुछ बातों को लेकर परेशान भी है।
रिलैक्सो के मैनेजिंग डायरेक्टर रमेश कुमार दुआ ने ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को सबसे बड़ा चैलेंज बताया। एक ही जगह इतनी इकाइयों के काम करने से डिजाइन और दूसरे इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसमें रोहतक का फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) भी मददगार साबित होगा। एफडीडीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव जे लाकड़ा ने कहा कि संस्थान डिजाइन, प्रोडक्शन कैपेसिटी में सुधार, क्वालिटी कंट्रोल, मैनपावर और इनवेंटरी मैनेजमेंट में मदद करेगा। बहादुरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया के लिए पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर किया जा रहा है।
हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एचएसआईआईडीसी) के सीनियर मैनेजर (एस्टेट) कुलदीप कादियान ने बताया कि यहां १३२ केवीए क्षमता वाला पावर सब-स्टेशन लगाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह अगले ४-५ महीने में यह काम करने लगेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें