तेजी से विकास कर रहे बिजली क्षेत्र के बारे में अनुमान है कि 12वीं योजनावधि 2012.17 के दौरान 94000 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता प्राप्त करने के लिए 4 लाख से अधिक रोजगार के मौके पैदा हो सकते हैं। बिजली मंत्रालय के मुताबिक इस अवधि में बिजली क्षेत्र में 13.72 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है। बिजली मंत्रालय के 12वीं योजना से जुड़े कार्यसमूह ने अपनी रपट में कहा 12वीं योजना में 94.215 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने के लिए 407670 अतिरिक्त कर्मचारियों की जरूरत होगी। इन 4.07 लाख नए कर्मचारियों में से 3.12 लाख कर्मचारी तकनीकी और शेष गैर तकनीकी के क्षेत्र के होंगे। वित्त वर्ष 2012.17 की अवधि में देश में करीब 75,000 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली क्षमता जोड़े जाने का अनुमान है जिसमें अक्षय उर्जा स्रोत शामिल नहीं है।
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