बदलाव के लिए तैयार रहना या फिर खुद को नए बदलावों के साथ बदलना किसी भी कर्मचारी के लिए एक अच्छा गुण है। पर एक सुरक्षित करियर से बाहर निकलकर नए करियर की ओर कदम बढ़ाना कम चुनौतीपूर्ण नहीं है। यही कारण है कि करियर में बदलाव करने पर कुछ बीच में वापस लौट जाते हैं, तो कुछ को समय-समय पर अपनी बनाई गई योजनाओं में बदलाव करना पड़ जाता है। हालांकि यह सच है कि पहले करियर स्विच करने वालों की संख्या सीमित होती थी, तो वहीं अब दो-तीन साल की नौकरी के बाद ही बड़ी संख्या में युवा करियर बदलने को बैचेन दिखाई देते हैं।
एशिया पेसेफिक इंस्टीटय़ूट ऑफ मैनेजमेंट में प्रो. शालिनी वर्मा मानती हैं, च्स्विच ओवर में जोखिम है, तो सफलता की नई उम्मीदें भी छुपी होती हैं। करियर एक दीर्घकालिक प्रक्रिया है, जिसमें आपकी पढ़ाई, स्किल्स व रुचि के साथ दीर्घकालिक लक्ष्य जुड़े होते हैं। करियर स्विच ओवर करके नए क्षेत्र में कदम बढ़ाना पूरी तरह से नई सोच के साथ काम करने जैसा होता है। युवा कई कारणों से करियर बदलते हैं। किसी को अपने करियर की बारीकियां पसंद नहीं आतीं, तो कुछ क्षेत्र विशेष की एकरसता से ऊब जाते हैं। कुछ-कुछ को लगता है कि करियर की सही प्लानिंग न करने के कारण वे गलत करियर में आ गए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार करियर में बदलाव करने का अंतिम निर्णय लेने से पहले कुछ प्रश्न अवश्य पूछें, मसलन आप करियर क्यों बदलना चाहते हैं, दूसरों की देखा-देखी तो नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं वर्तमान नौकरी या बॉस व सहकर्मियों के साथ आपका अनुभव आपको इस क्षेत्र से बाहर निकलने का दबाव बना रहा है।
जल्दबाजी न करें
मंदी के समय में किसी नए करियर में दोबारा शुरुआत करने या अपना काम प्रारंभ करने का फैसला सोच-समझकर करें। उस क्षेत्र पर पड़ रहे आर्थिक प्रभाव को समझ लें। इसी तरह यदि आप बॉस या सहकर्मियों के स्वभाव के कारण नौकरी छोड़ रहे हैं, तो ऐसा दूसरी जगह नहीं होगा, इस बात की गारंटी नहीं है। ऐसे में नया करियर अपनाने की जगह अपने क्षेत्र की किसी दूसरी कंपनी में नौकरी तलाशना अधिक बेहतर होगा।
स्व-आकलन करें
स्विच ओवर से पहले अपनी रुचियों और स्किल्स को जानें। जहां जाना चाहते हैं, उस क्षेत्र की छोटी-बड़ी कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाएं। कंपनी की वेबसाइट देखें। नई खबरों से अपडेट रहें। वर्कशॉप और सेमिनार में भाग लें, लोगों से बात करके उस क्षेत्र विशेष की वास्तविक स्थिति को जानें।
रिसर्च है जरूरी
कई बार ऐसा होता है कि हमें दूसरी तरफ सब अच्छा ही अच्छा दिख रहा होता है। हो सकता है आपको भी अपनी योजना में सब कुछ ठीक ही लग रहा हो। अत: नए क्षेत्र की अच्छाई और बुराई दोनों को जानें।
मजबूत इच्छाशक्ति
करियर स्विच करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति का होना जरूरी है। आपको निर्णय लेने पड़ते हैं, साथ ही पुराने सेट-अप से बाहर निकलकर नए परिवेश के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करना पड़ता है। चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार रहें।
दोबारा छात्र बन जाएं
आजकल हर करियर से जुड़े स्पेशलाइज्ड कोर्स हैं। यदि जरूरत हो तो दूसरे करियर में जाने से पहले उस कोर्स से जुड़ा स्पेशलाइज्ड कोर्स करने से परहेज न करें। इससे उस क्षेत्र की बारीकियों को समझ सकेंगे। यदि कोर्स नहीं करना है तो भी नया सीखने के लिए हमेशा तैयार रहें।
लॉन्ग टर्म विजन जरूरी
नए करियर में आप कहां तक जाना चाहते हैं, आपका लक्ष्य क्या है, उसे हासिल करने में कितना समय लगेगा, उस क्षेत्र में आपके प्रतियोगी कौन हैं, आपकी तरक्की की संभावनाएं कितनी हैं आदि बातों के संबंध में दीर्घकालिक रणनीति अवश्य बनाएं। आवश्यकता लगने पर अपने करियर बदलने संबंधी कोई फैसला लेने से पहले अपनी फील्ड से जुड़े सीनियर ओर शुभचिंतकों से सलाह-मशविरा कर लें, उनकी राय व संपर्क आपके काम आ सकते हैं।
छोटी, पर उपयोगी बातें
अवसर की पहचान करें, उस क्षेत्र की पत्रिकाओं और उभरती कंपनियों के बारे में जानें।
एक नोट लिखने का प्रयास करें कि किस तरह आप नए क्षेत्र में कैसे बेहतर कर सकते हैं।
नए क्षेत्र में अपने परिचितों, संपर्क व प्रभावी लोगों की सूची बनाएं। उनसे मिलें व इंडस्ट्री की जानकारी जुटाएं।
एशिया पेसेफिक इंस्टीटय़ूट ऑफ मैनेजमेंट में प्रो. शालिनी वर्मा मानती हैं, च्स्विच ओवर में जोखिम है, तो सफलता की नई उम्मीदें भी छुपी होती हैं। करियर एक दीर्घकालिक प्रक्रिया है, जिसमें आपकी पढ़ाई, स्किल्स व रुचि के साथ दीर्घकालिक लक्ष्य जुड़े होते हैं। करियर स्विच ओवर करके नए क्षेत्र में कदम बढ़ाना पूरी तरह से नई सोच के साथ काम करने जैसा होता है। युवा कई कारणों से करियर बदलते हैं। किसी को अपने करियर की बारीकियां पसंद नहीं आतीं, तो कुछ क्षेत्र विशेष की एकरसता से ऊब जाते हैं। कुछ-कुछ को लगता है कि करियर की सही प्लानिंग न करने के कारण वे गलत करियर में आ गए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार करियर में बदलाव करने का अंतिम निर्णय लेने से पहले कुछ प्रश्न अवश्य पूछें, मसलन आप करियर क्यों बदलना चाहते हैं, दूसरों की देखा-देखी तो नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं वर्तमान नौकरी या बॉस व सहकर्मियों के साथ आपका अनुभव आपको इस क्षेत्र से बाहर निकलने का दबाव बना रहा है।
जल्दबाजी न करें
मंदी के समय में किसी नए करियर में दोबारा शुरुआत करने या अपना काम प्रारंभ करने का फैसला सोच-समझकर करें। उस क्षेत्र पर पड़ रहे आर्थिक प्रभाव को समझ लें। इसी तरह यदि आप बॉस या सहकर्मियों के स्वभाव के कारण नौकरी छोड़ रहे हैं, तो ऐसा दूसरी जगह नहीं होगा, इस बात की गारंटी नहीं है। ऐसे में नया करियर अपनाने की जगह अपने क्षेत्र की किसी दूसरी कंपनी में नौकरी तलाशना अधिक बेहतर होगा।
स्व-आकलन करें
स्विच ओवर से पहले अपनी रुचियों और स्किल्स को जानें। जहां जाना चाहते हैं, उस क्षेत्र की छोटी-बड़ी कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाएं। कंपनी की वेबसाइट देखें। नई खबरों से अपडेट रहें। वर्कशॉप और सेमिनार में भाग लें, लोगों से बात करके उस क्षेत्र विशेष की वास्तविक स्थिति को जानें।
रिसर्च है जरूरी
कई बार ऐसा होता है कि हमें दूसरी तरफ सब अच्छा ही अच्छा दिख रहा होता है। हो सकता है आपको भी अपनी योजना में सब कुछ ठीक ही लग रहा हो। अत: नए क्षेत्र की अच्छाई और बुराई दोनों को जानें।
मजबूत इच्छाशक्ति
करियर स्विच करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति का होना जरूरी है। आपको निर्णय लेने पड़ते हैं, साथ ही पुराने सेट-अप से बाहर निकलकर नए परिवेश के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करना पड़ता है। चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार रहें।
दोबारा छात्र बन जाएं
आजकल हर करियर से जुड़े स्पेशलाइज्ड कोर्स हैं। यदि जरूरत हो तो दूसरे करियर में जाने से पहले उस कोर्स से जुड़ा स्पेशलाइज्ड कोर्स करने से परहेज न करें। इससे उस क्षेत्र की बारीकियों को समझ सकेंगे। यदि कोर्स नहीं करना है तो भी नया सीखने के लिए हमेशा तैयार रहें।
लॉन्ग टर्म विजन जरूरी
नए करियर में आप कहां तक जाना चाहते हैं, आपका लक्ष्य क्या है, उसे हासिल करने में कितना समय लगेगा, उस क्षेत्र में आपके प्रतियोगी कौन हैं, आपकी तरक्की की संभावनाएं कितनी हैं आदि बातों के संबंध में दीर्घकालिक रणनीति अवश्य बनाएं। आवश्यकता लगने पर अपने करियर बदलने संबंधी कोई फैसला लेने से पहले अपनी फील्ड से जुड़े सीनियर ओर शुभचिंतकों से सलाह-मशविरा कर लें, उनकी राय व संपर्क आपके काम आ सकते हैं।
छोटी, पर उपयोगी बातें
अवसर की पहचान करें, उस क्षेत्र की पत्रिकाओं और उभरती कंपनियों के बारे में जानें।
एक नोट लिखने का प्रयास करें कि किस तरह आप नए क्षेत्र में कैसे बेहतर कर सकते हैं।
नए क्षेत्र में अपने परिचितों, संपर्क व प्रभावी लोगों की सूची बनाएं। उनसे मिलें व इंडस्ट्री की जानकारी जुटाएं।
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