५ लाख नौकरियां कर रही हैं इंतजार
नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। नए साल में तकरीबन ५ लाख नौकरियां इनका इंतजार कर रही हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि २०१२ में तमाम आर्थिक उठापटक के बीच कंपनियां ५ लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखेंगी। सिर्फ यही नहीं जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनके लिए भी बड़ी खुशखबरी है। आर्थिक निराशा के ग्लोबल वातावरण के बावजूद कर्मचारियों की सैलरी डबल डिजिट में होगा।ग्लोबल हंट के डायरेक्टर सुनील गोयल का कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा और सरकार की नीतियां सही दिशा में चलती रहीं तो सभी सेक्टर में करीब ५ लाख नई नौकिरियां क्रिएट होंगी।२०११ में भारत के जॉब मार्केट में शुरू में काफी अनिश्चितता रही, लेकिन बाद में हालात सुधरे। कंपनियों ने सतर्क होकर रोजगार दिया, लेकिन इस साल स्थिति कहीं बेहतर रहेगी।एलिक्सर कंसल्टिंग की वाइस प्रजिडेंट मोनिका त्रिपाठी ने बताया कि सिर्फ आईटी सेक्टर में २०१२ में ३ लाख नई नौकरियां होंगी। २०११ की तुलना में इस साल ७ से ८ फीसदी तक ज्यादा रोजगार मिलेंगे।
नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। नए साल में तकरीबन ५ लाख नौकरियां इनका इंतजार कर रही हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि २०१२ में तमाम आर्थिक उठापटक के बीच कंपनियां ५ लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखेंगी। सिर्फ यही नहीं जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनके लिए भी बड़ी खुशखबरी है। आर्थिक निराशा के ग्लोबल वातावरण के बावजूद कर्मचारियों की सैलरी डबल डिजिट में होगा।ग्लोबल हंट के डायरेक्टर सुनील गोयल का कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा और सरकार की नीतियां सही दिशा में चलती रहीं तो सभी सेक्टर में करीब ५ लाख नई नौकिरियां क्रिएट होंगी।२०११ में भारत के जॉब मार्केट में शुरू में काफी अनिश्चितता रही, लेकिन बाद में हालात सुधरे। कंपनियों ने सतर्क होकर रोजगार दिया, लेकिन इस साल स्थिति कहीं बेहतर रहेगी।एलिक्सर कंसल्टिंग की वाइस प्रजिडेंट मोनिका त्रिपाठी ने बताया कि सिर्फ आईटी सेक्टर में २०१२ में ३ लाख नई नौकरियां होंगी। २०११ की तुलना में इस साल ७ से ८ फीसदी तक ज्यादा रोजगार मिलेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें