सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों में नौकरी की बहार है। वित्तीय अनिश्चितताओं का असर नई भर्ती की उनकी योजनाओं पर नहीं पड़ा है। इससे निजी क्षेत्र में नई भर्तियों में आई गिरावट की भरपाई करने में मदद मिलेगी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ;आईओसीद्ध और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ;एचपीसीएलद्ध जैसी सरकारी फर्में इस साल करीब 1ए000 नए एग्जिक्यूटिव की भर्ती की योजना बना रही हैं। ये कंपनियां एक्सएलआरआई.जमशेदपुरए सिम्बायसिसए पुणेए एफएमएस.दिल्ली और आईआईटी जैसे संस्थानों से रिक्रूटमेंट करेंगी। आईओसी 2012.13 के दौरान एग्जिक्यूटिव श्रेणी में 500 कर्मचारियों की भर्ती कर सकत हैं। नॉन.एग्जिक्यूटिव श्रेणी में भी करीब 150 भर्तियां की जा सकती हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की यह रिफाइनिंग और मार्केटिंग कंपनी रिक्रूटमेंट के लिए कई बिजनेस स्कूलों का दौरा करने की योजना बना रही है। कोल इंडिया और भेल ने भी हाल के सालों में आईआईएम के स्टूडेंट्स को नौकरियों के ऑफर दिए हैं। आईओसी ने साल 2009 में आर्थिक सुस्ती के दौरान आईआईएम से रिक्रूटमेंट किए थे। लेकिन कंपनी उन्हें ज्यादा दिन तक अपने यहां नहीं रख सकीए क्योंकि उन्हें जल्द ही प्राइवेट सेक्टर से मोटा सैलरी का पैकेज मिल गया। उम्मीद है कि इस साल कंपनी दूसरे संस्थानों से भी हायरिंग करेगी। कंपनी इंटरनेशनल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ;आईएमआईद्ध.नई दिल्लीए इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी ;आईएमटीद्ध.गाजियाबादए सिम्बायसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट ;एसआईबीएमद्ध.पुणे जैसे संस्थानों में कैंपस के लिए जा सकती है। वित्त वर्ष 2011.12 के दौरान आईओसी ने 567 नए एग्जिक्यूटिव भर्ती किए। कई पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण होने की वजह से तेल कंपनियों को भले ही नुकसान उठाना पड़ रहा हैए लेकिन गैर.वित्तीय प्रदर्शन से जुड़े पैमानों पर उनका प्रदर्शन बेहतर है। प्रति कर्मचारी मूल्य संवर्द्धनए रिफाइनरीए पाइपलाइंस और मार्केटिंग क्षमता जैसे एचआर के मानकों पर इनके प्रदर्शन में सुधार आया हैं। एचपीसीएल ने साल 2012.13 के दौरान 300 अधिकारियों की भर्ती करने की योजना बनाई है। एचपीसीएल ने एक बयान में कहाए श्एलपीजीए रीटेलए ऑपरेशंस एंड डिस्ट्रीब्यूशन और प्रोजेक्ट एंड पाइपलाइंस सेगमेंट में सबसे ज्यादा भतिर्यां देखने को मिलेंगी।श्
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